अनमोल खजाना
शिवानी जैन एडवोकेटByss
अनमोल खज़ाना, प्रकृति का दान,
जीवन का हर पल इससे महान।
ये पेड़, ये पौधे, ये हरीतिमा,
मन को शांति दे, हर ले तमा।
ये नदियाँ बहती, अमृत सी धारा,
सिंचित करती धरती को सारा।
ये फूल जो खिलते रंगों से भरे,
जैसे हों सपने आँखों में धरे।
ये चाँद सितारों भरी रातें,
करती हैं मन से मीठी बातें।
ये सुबह की पहली सुनहरी किरण,
लाती है जीवन में नव स्फुरण।
प्रकृति का हर रूप है मनभावन,
यह ईश्वर का सुंदरतम पावन।
इसकी रक्षा करें हम सब मिलकर,
यही है सच्चा जीवन का फल कर।