Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

मालुम नहीं मेरे अपनों से

मालुम नहीं मेरे अपनों को,
कि लिखती हूॅं मैं कविताएं, ग़ज़लें।
मालुम पड़ा उन्हें ग़र कभी ,
तो लिखने ना देंगे वो मुझे।

आज दस बरस बीत गए पर अभी तक
अपनी कविताओं की भनक ना लगने दी
मैंने उन्हें,
जब तक कि लेखन में कोई सम्मान ना मिल जाता
मुझे तब तक ना बताऊंगी मैं उन्हें।

मिला मुझे कोई अवॉर्ड और तब पता चले उन्हें
मेरी कविताओं का,
तो वो ना रोकेंगे मुझे और ग़र्व करेंगे मुझ पे।
पर बिना इन सबके पहले पता चला उन्हें,
तो वो लिखने से रोकेंगे मुझे।

फिलहाल अपनों से अपनी कविताओं को छुपाने
की पूरी कोशिश करती हूॅं,
डर है कहीं मेरी इस कला पर भी रोक ना लग जाए
क्योंकि इससे पहले मेरी तीन कलाओं पर
रोक लगा दी थी उन्होंने।

ऐसा नहीं कि वो मेरी खुशी चाहते नहीं
वो मुझसे बहुत प्यार करते हैं और मेरा भविष्य
संवारना चाहते हैं
इसलिए मेरी कलाओं पर रोक लगाते हैं,
क्योंकि उनकी नज़र में ये सब वक्त और पैसे
बिगाड़ने के जरिए हैं पैसे कमाने के नहीं।

पर मुझे उस दिन का इंतज़ार है
जब मिलेंगे मुझे अवॉर्ड,
हर ज़ुबान, हर जगह मेरा नाम होगा
तब बताऊंगी मैं उन्हें
क्योंकि फिर वो ना रोकेंगे मुझे।

🖊️ रीना कुमारी प्रजापत 🖊️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

श्रेयसी said

Bas aap apna karm karte rahiye fal ek din jarur milega.Meri shubhkaamna aapke saath hai 🙌🙌🙌🙌🙌

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku so much 🙏

Lekhram Yadav said

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना, बहुत अच्छा सोचा आपने। काश मैं आपको अपने सारे मैडल,अवार्ड और प्रशंसा पत्र आपको दे पाता, पर ऐसा मुमकिन नहीं है फिर भी ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि आपकी यह ईच्छा शीध्र पूरी हो। आपको सादर प्रणाम।

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत आभार आपका 🙏प्रणाम

कमलकांत घिरी said

वाह! दीदी जी वाह! क्या सब्र है आपमें 10 सालों तक किसी बात को छुपा कर रखना कोई आम बात नहीं है, आपके इस सब्र का फल आपको जरूर मिलेगा दीदी जी फिर आपको एक नहीं कई अवॉर्ड मिलें ऐसी कामना करता हूं, और जब ऐसा हो जाए तो तब आपके घर में लोगों का तांता लगा रहेगा और ये दृश्य देखने लायक रहेगा😊 उस दिन का इंतजार रहेगा मुझे मेरी multi talented दीदी जी 😊👌👏✍️💫🙏प्रणाम🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku so much bhai apke munh mein ghee shakkar😊

Sanjay Srivastva said

इस मंच पर भी आपको ढेरों सी शुभकामनायें रीना जी., उम्दा

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku so much 🙏🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन