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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

माँ - ग़ज़ल

नौ महीने कष्ट उठाया मॉं ने,
पीड़ा सहकर जन्म दिया मॉं ने।

माँ की ममता का क्या अंदाज़ा,
अपनी नींद गॅंवाकर सुलाया मॉं ने।

न दिन, न रात ,न शाम देखी ,
अपने स्तन्य का दूध पिलाया मॉं ने।

बोलना , चलना और अच्छे संस्कार सिखाकर,
हर पल बलिदान शिशु पर किया मॉं ने ।

कभी डांटा गलती पर , कभी माफ किया,
गलती को सुधारना सिखाया मॉं ने ।

माँ की डाट में है भलाई छिपी,
डांटने के बाद भी मनाया मॉं ने।

माँ के बिना घर है अधूरा,
घर को स्वर्ग बनाया मॉं ने।

ईश्वर ने मॉं को अपना पद दिया,
ईश्वर का महत्व समझाया मॉं ने।

विश्व में कोई नहीं है मॉं से बढ़कर,
विश्व को आगे बढ़ाया मॉं ने।

- वंशिका जेठानी




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

इक़बाल सिंह “राशा“ said

बहुत सुन्दर यूँ हीं लिखते रहे

Vanshika Jethani replied

🙏🏻😊

रीना कुमारी प्रजापत said

Waah dil ko chu gai 👌👌👍👍🙏🙏

Vanshika Jethani replied

Thank you 😊 🙏🏻

Vanshika Jethani said

🙏🏻🙏🏻😊

वन्दना सूद said

बहुत सुंदर 👌👌माँ के लिए लिखा हर शब्द खूबसूरत है

Vanshika Jethani replied

Shukriya Vandana ji 🙏🏻 😊

सरिता पाठक said

बहुत सुन्दर रचना, माँ पर लिखा हर शब्द ह्रदय को छू गया, क्योंकि माँ हर मानव के मन में बसती है 👌🙏

Vanshika Jethani replied

Shukriya sarita ji 🙏🏻 😊

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

वाह! हृदय को छू लेने वाली कविता!
माँ को शब्दों में बाँधना कठिन है,
पर आपकी पंक्तियों ने ममता को जी लिया है।
आदरणीय Ma'am, को सादर प्रणाम एवं सुप्रभात

Vanshika Jethani replied

प्रणाम अशोक जी , आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🏻

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह, वंशिका जी, अतिसुंदर ग़ज़ल लिखी है आपने। सचमुच ईश्वर ने मां को अपना पद दे दिया है। मेरी दो दिन पहले साझा की गई रचना "पूरा ब्रह्मांड समाया है" मां पर लिखी कविता है, पढ़कर,प्रकाश डालिएगा।🌹🙏🌹

Vanshika Jethani replied

Shukriya Manoj ji 🙏🏻
Ji zaroor padenge aapki kavita

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