षड्यंत्र रचकर
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात '
षड्यंत्र रचकर तू सोच रहा है जीत जाएगा,
पर तेरी जीत की राह में एक ईमानदार खड़ा है।
तू सोचता है कि तेरे षड्यंत्र से तू जीत जाएगा,
पर तेरी जीत की राह में एक सच्चाई खड़ी है।
तू सोचता है कि तेरे झूठ से तू जीत जाएगा,
पर तेरी जीत की राह में एक ईमानदारी खड़ी है।
तू सोचता है कि तेरे षड्यंत्र से तू जीत जाएगा,
पर तेरी जीत की राह में एक सच्चाई खड़ी है।
पर तू भूल जाता है कि सच्चाई कभी नहीं हारती,
और ईमानदारी कभी नहीं मरती।
तू सोचता है कि तू जीत जाएगा,
पर तू हार जाएगा, और सच्चाई जीत जाएगी।
ईमानदारी के एक पन्ने से तू खाक में मिल जाएगा,
और सच्चाई की एक लाइन से तू हार जाएगा।
तू सोचता है कि तू जीत जाएगा,
पर तू हार जाएगा, और सच्चाई जीत जाएगी।