कुछ लम्हें चुरा लेते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है
तूँ मुझे हँसा मैं तूँझे
हाथोमें हाथ रख सपने बटोर लेते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है
दूर देखो शून्य ही शून्य है
चल आगे अंको को गिन लेते है
नफ़ा नुकशान साथ झेल लेते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है
बहुत छीना वक़्त ने मुझसे
गिला नहीं, कर्ज था जो वसूला उसने
उसे भी अपना हक़्क़ देते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है
शांत सरोवर में एक नाव चलाते है
तूँ और मैं केवल सोच सफ़र करते है
तन्हाई को ही, तन्हाई देते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है
सहअध्यायी हम अध्ययन के पक्के है
सफ़लता में साँस को आराम देते है
एकदूजे के है, एकदूजे में समां जाते है
ये ज़िंदगी चल साथ जी लेते है