कोई तराना हमारे,
कानों से होकर गुजरी है
लगता है वो, हमारी
राहों से होकर गुजरी है
हमने खोल दी खिड़की,
घर का और दिल का भी
शायद, वो हमारे घर की
छांवों से होकर गुजरी है
आंखें बंद की, तो
हल्का धक्का सा लगा है
जैसे वो हमारी
बाहों को छूकर गुज़री है
घर से निकलकर
देखा पलट घूमकर
दिखा नहीं वो, भले ही
आंखों से होकर गुजरी है
दोस्तों ने पूछा कुछ
हमने कह दिया कुछ
शायद, वो हमारी किस्मत की
राहों से होकर गुजरी है।
सर्वाधिकार अधीन है