ख्वाबों की रात में, दिल की बारात में,
तुम ही तो आए हो चुपके जज़्बात में।
चाँदनी मुस्काए, तारों की बात में,
तेरा ही अक्स दिखे हर इक सौगात में।
रूह की रौशनी, साँसों की बरसात में,
मिलन की आस बसी दिल की हर बात में।
पलकों की झीलों में, मोहब्बत के साथ में,
खुशबू तेरी महके हर जज़्बात में।
बिखरे हैं ख्वाब सब तेरे खयालात में,
तुझसे ही रोशनी, तुझसे ही रात में।