कविता : एस है कि नो है ....?
तुम कल ही मुझ को देख
कर बहुत ही हंसी हो
क्या तुम मेरे दिल में बसी हो ?
या किसी और से फंसी हो
इस बात को जल्दी तुम
मुझ को बताओ यार
नो है तो करूं मैं तुम्हें इंकार
एस है तो करूं मैं तुम्हें प्यार
नो है तो करूं मैं तुम्हें इंकार
एस है तो करूं मैं तुम्हें प्यार.......
netra prasad gautam