(कविता )(दुर्गन्ध अाैर सुगन्ध )
एक बेटा है जाे.......
अपनी मां की चाेली से.
उसे दुर्गन्ध अा रही,
अपनी बिबी की पेटीकाेट से
उसे सुगन्ध अा रही।।
अपनी मां की चाेली
वह थू थू कर फेंकता,
अपनी बिबी की पेटीकाेट
वह चूम चूम कर देखता।।
ये मैंने कहीं बड़े गौर से
देखा और जाना है
अरे भाई आज का
ये कैसा जमाना है ?
अरे भाई आज का
ये कैसा जमाना है.......?