कविता : राए....
प्रिय तुम्हें देखा
मैंने जब से
प्यार करता हूं मैं
तुम्हें तब से
देखो जरा मुझे अब
ऐसा लगता
तुम्हारे बगैर मैं जी भी
नहीं सकता
काफी दिन से मेरी
अवस्था ऐसी है
तुम भी बता दो राय
तुम्हारी कैसी है ?
तुम भी बता दो राय
तुम्हारी कैसी है.......,?
netra prasad gautam