Sabse saral Maa hai.
सबसे सरल माँ है
Lalit Dadhich
माँ में प्रेम देखता हूं,
माँ का प्रेम देखता हूं,
कभी कम नहीं हुआ,
बस बढ़ता ही जाता,
बचपन से बड़ा हुआ हर शख्स,
माँ का बच्चा कहलाता है,
माँ बहुत कोमल है,
कठोर स्वभाव का हरण कर लेती है,
माँ को क्या दे ,
माँ तो बचपन दे देती है,
सबके दुःख हर लेती है,
इसलिए सबसे सरल माँ है।।