खुद से बातें क्यों करते हो
कभी हमको भी अपनी परेशानी बताओ...
यूँ किसी के भोलेपन पर खो जाना ठीक नहीं है...।।
इतना सोच विचार किसके लिए
जो आपसे प्यार करती ही नहीं,
आप करो उससे मोहब्बत शिद्दत से
पर अपना ख्याल भी रखो...।।
मन में इतना प्रश्न लिए क्यों घूम रहे हो...
हम हैं आपके आसपास जो प्रश्न पूछना है पूछ लो...।।
गर लगता हो डर हम कहीं भाग जाएंगे,
आप चिंता न करें हम जवाब ढूंढ के जरूर लाएंगे...।।
यूँ हम पर न खोइए और न ही अकेले में रोइए,
जिसका उत्तर चाहिए हमसे बेशक उस प्रश्न को पूछिए,
आप खोए नहीं हैं कहीं और न ही हम भी कहीं खोए हैं
यूँ खोजें न अपने आपको और हमें
हम आपके आसपास ही हैं,
और उत्तर भी यही है...।।
उलझन में क्यों हो
फेंक दो दूर कहीं इस उलझन को
और हमसे आ मिलो
प्रश्नों का उत्तर जानने
यूँ सोच विचार में न पड़ो.....।।
- सुप्रिया साहू

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




