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Hindi News › Kavya › Mere Alfaz › Milana Ab Shri Ram kathin hai
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मिलना अब श्रीराम कठिन है
jerthi wale
Mere Alfaz
नफ़रत के इस दीर्घ दौर में,
अपनों की पहचान कठिन है।
हर मोड़ पर रावण बैठा है,
मिलना अब श्रीराम कठिन है।।
सह ना सकी नफ़रत की धूप,
फिर प्रेम की गंगा सूख गई।
वंशघाती बन बैठा भगीरथ,
सगर पुत्र उत्थान कठिन है।।
यमराज से स्वयं सावित्री,
सिंदूर का सौदा कर बैठी।
कलयुग के मृत सत्यवान को,
मिलना जीवनदान कठिन है।।
हर वाद यहाँ विवाद बना है,
तुक्कड़ भी कविराज बना है।
सच की लिखना छोड़ छगन,
मिलना अब सम्मान कठिन है।।
@छगन शेखावत जेरठी

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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