#Rajasthani #राजस्थानी
#मारवाड़ी #Marwadi
अस्यो क्यूं जाऊँ ? अस्यो तो कोनी आयो हो,
मं थाॅंका गाँव माॅंय, आधो तो कोनी आयो हो।
पैली म्हाने म्हारी, पहली सी हँसी ओठी दे,
म्हं जद आयो हो, रोतो तो कोनी आयो हो।
आज आयगा थे, जणां चाँद भी आ ज्यासी,
एकलो बुलायो हो, जणां तो कोनी आयो हो।
थारी हँसी खींच ल्याई ही, म्हाने मरुधर रै माॅंय,
म्हारी पीछाण में, ओ रस्तो तो कोनी आयो हो।
तूॅं सोचरी काॅंई है ? म्हारा सगळा सुपणा दे दे,
थारा कांकड़ माॅंय, एकलो तो कोनी आयो हो।
सरम हूं पाणी पाणी हुगो, थाॅंका गाँव रो कुवो,
रात कोई भटकेड़ो, प्यासो तो कोनी आयो हो?
@Chhagan Singh Jerthi
© छगन सिंह जेरठी


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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