कविता : कल सुबह....
ये दुनिया में आप
कहीं तो मैं कहीं
हमारी ये जिंदगी का
कोई भी पता नहीं
आज मस्ती में जियो
भुला दो सारे गम
क्या पता कल सुबह
यहां... हो न हो हम
क्या पता कल सुबह
यहां.... हो न हो हम.......
netra prasad gautam