भ्रष्टाचारियों पर, लटक रही है तलवार।
बचने की फिराक में, पहन आया कुर्ता और सलवार।
यह छोटी सी चिंगारी, तेरे महल को राख न कर दे।
जीवन को तेरे,खाक न कर दे।
चाहे लाख कर रहे हैं जतन
मगर भ्रष्टाचार का नहीं हो रहा है पतन
अनैतिक कार्य करके, लंबे -लंबे हाथ मार रहा है।
लग्जरी गाड़ी में बैठकर, गोलमाल कर रहा है।
विजिलेंस की टीम ने, अपना जादू दिखाया।
चंद मिनटों में ही, एक बड़े अफसर को रंगे हाथ पकड़ कर दिखाया।
चहल कदमी कर रहा है जेल में, रिश्वत के इस खेल में।
फर्जी नियुक्ति की इस रेल में, फर्जी फाइलों के मेल में।
एक - एक को दिख रहा, अपना बिस्तर जेल में।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




