कविता : दो बच्चों का बाप....
ये क्या मुझ पर ऐसी
जुल्म ढा रही हो
मुझे छोड़ मेरा दिल तोड़ उसके
पीछे क्यों जा रही हो ?
जिसके पीछे जा रही उसकी
बीबी घर पर पड़ी है
वह तुम से सिर्फ दो
ढाई साल ही बड़ी है
ऐसे आदमी के पीछे जाना तुम्हारे
लिए एक अभिशाप है
अरे बाबा वह आदमी तो
दो बच्चों का बाप है
अरे बाबा वह आदमी तो
दो बच्चों का बाप भी है......