कविता : छे लोग ही हैं अपने....
समझो जरा इस
बात को ध्यान से
एक इंसान होता
पैदा दो इंसान से
और फिर करो ये
बातों को भी याद
जब इंसान यहां
से मरने के बाद
कंधा दे कर उसे
चार ही इंसान
पहुंचाया करते वे
लोग ही श्मशान
इस का मतलब जिंदगी में आदमी
के लिए छे लोग ही हैं काम के
बाकी रिश्तेदार, यार दोस्त
सभी के सभी हैं सिर्फ नाम के
बाकी रिश्तेदार, यार दोस्त
सभी के सभी हैं सिर्फ नाम के.......
netra prasad gautam