कविता : चड्डी और ब्रा....
ग्राहक वाला :
मैडम मुझे चड्डी
और ब्रा लेनी है
वो खरीद कर गर्ल
फ्रेंड को देनी है
दुकान वाली :
सर चड्डी और ब्रा लीजिए
शौक से लीजिए
पर आप की वो मोटी पतली है
कैसी बता दीजिए
ग्राहक वाला :
देखिए मैडम क्या
बताऊं वो तो ऐसी है
बिलकुल चांद की
तरह आप जैसी है
दुकान वाली :
ये ऐसी बातों से तो गजब की
गर्ल फ्रेंड आप की है
जांग से ले कर टांग तक क्या
वो मेरे ही नाप की है ?
ग्राहक वाला :
कसम से इस में बिल्कुल
मिस नहीं जाएगा
अपनी ब्रा चड्डी उतार कर दो
तो भी फिट आएगा
दुकान वाली :
फिर तो चड्डी ब्रा ना लो न
मेरे ही दुकान में बैठ जाओ
उसको छोड़ छाड़ कर
मुझे ही गर्ल फ्रेंड बनाओ
उसको छोड़ छाड़ कर
मुझे ही गर्ल फ्रेंड बनाओ.......