चुनौतियों को अब ढाल बना कर,
मुसिबातों के किले हिला डालो,
हर इक इक तकलीफ़ को सबक बना डालो,
अगर कभी तूफान भी आये मिटाने को,
उन तूफानो का भी रुख बदल डालो,
और बाढ़ मैं भी कस्ती चला डालो,
किसी भी परिस्थिति में हार मत मानो,
कभी अगर कांटे भी मिले तो उनको भी फूल बना डालो,
जीत का ताज सर पर सजा डालो
.....सजा डालो
सर्वाधिकार अधीन है