झूठें सारे रिश्ते नाते
झूठा यहां प्यार है।
हर रिश्ता यहां कीमत मांगें
सिर्फ़ पैसों का बाज़ार है।
बीच सड़क पर अस्मत लूटे
दुनियां खड़ी तमाशा देखे
यहां नहीं किसी को किसी से
प्यार है।
बस रिश्तों के नाम पर
अत्याचार व्यविचार तकरार है।
बस झूठें सारे रिश्ते नाते
झूठा यहां प्यार है।
परायों की क्या बात करें
यहां अक्सर अपने हीं धोखा
देते हैं।
तरक्की विकास से यहां भाई से
भाई जलतें हैं।
बस दिखावा के लिए दिल मिले ना मिले
पर आपस में मिलते हैं।
और तो और दोस्ती यारी प्यार संघाती
सब गायब हो जातें हैं।
वक्त बेवक्त यहां मां बाप भी बदल
जातें हैं।
है यहां बस धोखा फरेब मनमर्ज़ी
कहो कब कहां कौन संभल पाते है।
झूठी शान की आन में यारों
यहां दोस्त दुश्मन....
तो दुश्मन दोस्त बन जातें हैं।
यहां बिन बातों की बातें हैं
जो कोई भी ना समझ पाए
वो बरस रहीं बरसाते हैं
जहां भी देखो आपस में बढ़ रहा
तकरार है..
झूठें सारे रिश्ते नाते
झूठा यहां प्यार है...