एक रास्ता संघर्ष से मेरा बुझे हुए दिये जलाने की,
एक रास्ता कठिनाइयां सहते हुए आगे निकल जाने की,
एक रास्ता जो देखे दुनिया बंजर में फूल खिलाने की,
एक रास्ता जो मिसाल बनूं मैं जन-जन को राह दिखाने की,
एक रास्ता जो जाए वहां जहां सुदृढ और सम्पन्न भारत हो,
एक रास्ता जो सपना है मेरा भारत को सोने की चिड़िया कहलाने की,
आख़िर में संकल्प है मेरा मथुरा और काशी भी देख पाने की,
एक राष्ट्र एक सोच बने जन जन में रामराज हो,
एक रास्ता जो विकसित भारत हो,
फिर से संकल्प है मेरा बुझे हुए दिए जलने की,
बुझे हुए दिए जलने की,
सर्वाधिकार अधीन है