ममतामयी, करूणामयी!
हे दयामयी अंबे!
भवतारिणी, भवपालिनी
भयहारिणी अंबे!
हूं शरणागत ना ठुकराना
हे कालजयी अंबे!
अंतर्मन ना घर कर पाए
शुंभ निशुंभी अनित विचार
जरा भी मन में समा न पाए
रक्तबीज सा अहंकार
जनमानस के प्रति हमारी
सदा रहे उत्तम व्यवहार
पीर हरो हे मनविहारिणी!
कष्टनिवारिणी हे अंबे!
हृदय पटल पर पनप न पाए
ईर्ष्या द्वेश का अंधियारा
हों चरित्र सब उज्जवल उज्जवल
पसरे जाए उजियारा
नवसृजन और परिमार्जन का
मन में रहे विचारधारा
आलस न हो कभी तन मन में
बहे प्रेम की अविरल धारा
विपदाहरणी हे सुखकरणी!
क्षमामयी हे अंबे!
ममतामयी, करूणामयी........
सर्वाधिकार अधीन है


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







