कहने भर की मालकिन नाम पर कुछ नही।
अपना घर छोड़ देती वहाँ पर भी कुछ नही।।
कानून बनाने से कुछ तो बदलने लगे विचार।
पैर बढाती नारी चौखट से ज्यादा कुछ नही।।
फर्क आ रहा मगर तालमेल इसमें भी जरूरी।
घर के पहिए 'उपदेश' उनके सिवा कुछ नही।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद