पुराने मकान की छत-छत भागने का मन मेरा।
नादानियो की जमीन थोड़ा दौडने का मन मेरा।।
खेल-खेल में कुछ गहरी याददाश्त न भूल सकी।
उन्ही की यादगार में आइना देखने का मन मेरा।।
जानकरी है जिन्दगी ठहरने का नाम नही 'उपदेश'।
इच्छा मुताबिक तेरे साथ ठहर जाने का मन मेरा।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद