जब भी फूलों का जिक्र आयेगा
कुछ तो शूलों का जिक्र आयेगा ।
जिनसे यह जिन्दगी सलामत है
सब तो रसूलों का जिक्र आयेगा ।
लाख बन जाएं जो नियम पक्के
कुछ तो भूलों का जिक्र आयेगा।
दास हमको नहीं फिक्र कुछ भी
अब तो जुल्मों का जिक्र आयेगा ।
जो बहन खुलके गीत गाती मिले
तब तो झूलों का जिक्र आएगा!!