जांच अधिकारी का पीए,
घड़ी की तरफ।
देखकर,
यू बोला।
साहब के,
लंच का टाइम है।
तीन बजे आए,
साथ में।
प्रार्थना पत्र पर,
कुछ वजन रखें।
हवा तेज है,
उड़ जाएगा।
फिर तेरे हाथ,
कुछ नहीं आएगा।
बेचारा गरीब,
किस्मत का मारा।
बाहर से,
एक ईंट उठा लाया।
ज्यों ही अंदर आया,
पीए सकपका गया।
पीए आगे आगे,
कल्लू राम पीछे-पीछे।
लोग हंस रहे थे,
मजे ले रहे थे।
बोल रहे थे,
आज आया है ऊंट पहाड़ के नीचे।