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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

एक-दूजे का साथ साथ निभाएं

कापीराइट गजल

आओ मिलकर ख्वाबों की एक नई तस्वीर बनाएं
जीवन के कोरे कागज पर एक नई तस्वीर बनाएं

हम दोनों होंगे इसमें और एक प्यारा सा घर होगा
छोटे से इस घर में आओ खुशियों के बाग लगाएं

इस घर के कोने-कोने में जब प्यार हमारा महकेगा
प्यार की इस खुशबू से आओ इस घर को महकाएं

प्यारे-प्यारे से इस घर में ये जान हमारी बसती है
इस घर के आंगन को आओ फिर से आज सजाएं

अपने घर को हम दोनों, मिल कर स्वर्ग बनाएंगे
इसकी शीतल छाया में आओ यूं दिल को बहलाएं

गुस्से में भी तुम जानेमन प्यारी-प्यारी लगती हो
आओ बैठो पास मेरे, आओ फिर से प्यार जताएं

जब-जब ये गुस्सा आएगा प्यार से तुम्हें मनाएंगे
पास मेरे तुम आ जाना जब हम बाहें फैलाएं

जीवन भर हम साथ रहेंगे अब तेरे ही संग यादव
इसी तरह से मिल के एक दूजे का साथ निभाएं

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना)


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Updesh Kumar Shakyawar said

भावविभोर करती ग़ज़ल के लिए सादर प्रणाम

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद सर।

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत खूबसूरत.....

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं सादर नमस्कार

Supriya sahu said

बहुत सुंदर, लाज़वाब रचना सर जी👌👌आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Lekhram Yadav replied

आपको बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद सुप्रिया जी,आपको सादर नमस्कार 🙏🙏

वन्दना सूद said

बेहद खूबसूरत गज़ल 👏👏👌👌🙌🏻🙌🏻लाज़वाब sir

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद वन्दना जी आपको सादर नमस्कार

श्रेयसी said

बेहद लाजवाब रचना जो जरूरी भी है। सुप्रभात सादर प्रणाम लेखराम भैया 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद आपको सुप्रभात सहित सादर नमस्कार

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

जीवन के कोरे कागज पर,एक नयी तस्वीर बनाएंगे। बहुत सुंदर पंक्ति। दांपत्य जीवन की प्रीतमय अभिव्यक्ति,वाह!

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद समदिल जी, आपको सुप्रभात सहित सादर नमस्कार

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