एक बेहतर कल की आस
डॉ. एच सी विपिन कुमार जैन" विख्यात"
कागज थैला है एक बेहतर कल की आस,
जब हर जगह होगा इसका वास।
कोई पॉलीथिन कहीं न दिखेगी,
धरती अपनी साँस ले सकेगी।
हरे-भरे जंगल फिर से उगेंगे,
नदियाँ, झरने स्वच्छ बहेंगे।
पशु-पक्षी सब खुश होंगे,
जब प्लास्टिक के जहर से मुक्त होंगे।
ये सपना है, पर इसे सच करेंगे,
अपनी आदतों को हम बदलेंगे।
हर दुकान में कागज थैला मिलेगा,
हर खरीदारी में ये ही खिलेगा।
ये सिर्फ कागज नहीं, ये है उम्मीद,
एक नई सुबह की ये है नींव।
चलो मिलकर ये प्रण ले आज,
बदलेंगे हम ये दुनिया का राज।
कागज थैला दिवस है ये हमारा,
पर्यावरण का ये ही है किनारा।