ए सफ़र तन्हां सफ़र
न कोई हमारा हमको खबर
बैगाने राहें भटक रहे है मगर
ए सफ़र तन्हां सफ़र
ए बंधनो की डोर
न कोई बंधन हमारा खबर
मोह के धांगो से लिपट रहे मगर
ए सफ़र तन्हां सफ़र
ए भ्रम मारे मगर
कौन कहाँ हमारा नहीं खबर
मेरा-तेरा भेद-भाव बस ये असर
ए सफ़र तन्हां सफ़र
ए जीवन चले दर-ब-दर
कदम भांगे कहाँ नहीं खबर
सांसो का उधार चुकाना है मगर
ए सफ़र तन्हां सफ़र