तू मिलें तो ये रास्ता जमी सा लगता हे
बगैर तेरे आसमा-ही आसमां लगता हे
इक तुहि तो हे जो मुजमे बहती रहती हे
तेरे वजूद से मेरा घर किनारा लगता हे
तुम सावन का इन्तेजार ना करना
चले आना खुदा की तरहा यकींन करना
अभी मै मौजूद हूं मेरे दोस्त चले आओ
फीर ना कहेना किसीका ना ऐतबार करना
के बी सोपारीवाला

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




