कापीराइट गजल
जब उनसे दिल लगाया हमने
उन को आंखों में बसाया हमने
हजारों थे ख्वाब इन आंखों में
दिल में हर ख्वाब सजाया हमने
देखे हैं बहुत हंसी चेहरे हमने
मगर दिल तुमसे लगाया हमने
जब उनसे पहली मुलाकात हुई
हाले दिल अपना सुनाया हमने
आंखों में बसी है प्यार की दुनियां
इन आंखों में तुझे बसाया हमने
बात करना न तू इस जमाने से
ये राज जमाने से छुपाया हमने
नैनों में बसी तस्वीर तेरी यादव
आशियां अब नया बनाया हमने
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है