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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

दिल को जलाया हमने

कापीराइट गजल

इक राज अंधेरों से यह छुपाया हमने
दीये की जगह दिल को जलाया हमने

हुनर बातें बदलने का न आया हमको
हर बात को सादगी से ही छुपाया हमने

बदनाम करके मिलती है खुशी जमाने को
हर बात से फिर खुद को बचाया हमने

होते हैं कांटे जिन फूलों के साथ- साथ
उन्हीं फूलों से घर अपना सजाया हमने

लुटाए हैं कई हमने यह प्यार के दरिया
जमाने की नफरत से दिल लगाया हमने

उजालों में नहीं बसती ये दिल की दुनियां
अंधेरों से फिर ये दिल यूं सजाया हमने

जल उठते हैं ये चिराग रौशनी के वहां
ये आशियां जिस जगह पे बनाया हमने

ये जमाना हमसे है हम जमाने से नहीं
दिल में एहसास ये फिर से जगाया हमने

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत खूबसूरत ग़ज़ल, एक एक लफ़्ज़ अपने आप में बहुत ही बेहतरीन है बहुत बढ़िया 👏👌✍️🙏 प्रणाम सुप्रभात

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात सहित नमस्कार मेरी प्यारी बहना।इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

कमलकांत घिरी said

वाह सर जी कमाल की रचना है, "ये जमाना हमसे है हम जमाने से नही दिल में एहसास ये फिर से जगाया हमने" और इस एहसास को जगाए ही रखना आप👌👌👏🙏सुप्रभात प्रणाम🙏

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात कमलकांत भाई, कैसे हो। आपको रचना पसन्द आई इसके लिए आपका दिल से धन्यवाद। एक गुजारिश है कि आप अपनी अपरेनटिस दिल लगा कर करना, इससे मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि हमारा मूल उद्देश्य रोजगार हासिल करना है उसके बाद बाकी चीजें प्राथमिकता के साथ-साथ चलती हैं। मैंने शायरी को तभी मुंह लगाया जब मैं बिल्कुल खाली होता था, अब रिटायर होने के बाद अपना शौक पूरा कर रहा हूं। ये बात आप भी ध्यान में रखना। आपको सादर प्रणाम।

वन्दना सूद said

दिल छू लेने वाली पंक्तियाँ 👏👏🙌🏻हर बात को सादगी से छुपाया हमनें

Lekhram Yadav replied

आदरणीय वन्दना जी आपकी प्रतिक्रिया ने भी मुझे भाव विभोर कर दिया है, प्रतिक्रिया के लिए आपका धन्यवाद सहित आभार प्रकट करता हूं। आपको सादर प्रणाम।

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