भोले भाले,
मासूम से दिखाई देते हैं।
गद्दार है ये,
असली चेहरे कहां दिखाई देते हैं।
समय-समय पर,
रंग बदल लेते हैं।
पल भर में ही,
बैंक खातों में हेरा फेरी कर देते हैं।
अपने स्वार्थ की खातिर,
अंधे हो जाते हैं।
बात न्याय की करो,
तो बहरे हो जाते हैं।