दर्दे दिल उन्हें ब'ता नहीं सका
दाग जिगर के दि'खा नहीं सका
वह बात मेरी स'मझ नहीं सके
मैं बात उनको समझा नहीं सका
सोचा था कि ना कहूं आपसे भी
घुटन को और दबा न'हीं स'का
जो सच है ज़बाँ पे आ ही ग'या
मैं कोई बात भी ब'ना नहीं सका
कोशिश तो ब'हुत की थी उसने
पर वह मुझको बहला नहीं सका
यह भी हसरत ही रह गई बाकी
मैं नाज़ उनके उ'ठा नहीं सका
क्या इसमें भी मेरी ही खता है
वह अब भी मुझको भु'ला नहीं सका
ये दुनिया एक पिंजड़े के हैं जैसी
जो आया यहां फिर जा नहीं सका

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




