चिंता
डॉ0 एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात '
चिंता एक ऐसी भावना है,
जो हमें घेर लेती है और हमारे जीवन को प्रभावित करती है।
चिंता किसी की भी हो, वह पतन ही कराती है,
और हमारे जीवन को नकारात्मक दिशा में ले जाती है।
चिंता हमें अपने लक्ष्यों से भटका देती है,
और हमें अपने जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को नजरअंदाज करने के लिए मजबूर करती है।
चिंता हमें तनावग्रस्त और अवसादग्रस्त बना देती है,
और हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
चिंता हमें अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेने में असमर्थ बना देती है,
और हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने से रोकती है।
चिंता हमें अपने रिश्तों को खराब कर देती है,
और हमें अपने प्रियजनों से दूर कर देती है।
चिंता किसी की भी हो, वह पतन ही कराती है,
और हमारे जीवन को नकारात्मक दिशा में ले जाती है।
इसलिए, हमें चिंता को अपने जीवन से दूर करने के लिए प्रयास करना चाहिए,
और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने के लिए काम करना चाहिए।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




