देख कर अदा तेरा हम बहुत मुस्काए हैं बाद मुद्दत आप भी तो आज हमें नज़र आए हैं
कहने को बहुत था मगर कुछ ना कह पाए बात हम दिल की सुनाने पास तेरे आए हैं
नादां दिल को अब समझाऊं मैं कैसे ख्याल में नाम तेरा आया बताने पास तेरे आए हैं
हम ना थे वाकिफ तेरी अदाओं पे सहेज़ कर भूली बिसरी यादें कहने पास तेरे आए हैं
भूली हुई यादें अब ना करो परेशान हमें वफा की राह कुछ अर्ज करने पास तेरे आए हैं
🙏मेरी स्वरचित गज़ल भूली बिसरी यादें 🙏