करीब हो सपने बनके
दूर मत हो अपने बनके
मेरी आंखों में दीदार हो तुम
कभी चमकते हो तकदीर बनके
बिना कहे आया हो तुम
न कहे जाया ना करो बारिश बनके
सुख दुख में साथ हो तुम
अकेला छोड़ा है आँसुओं का एक पथ बनके
खुशियों की बाग हो तुम
कभी नाराज मत हो आग बनके ॥