कापीराइट गजल
भूल जाते हैं जो रचना डाल कर अपनी
उन्हें एक बार उसे भी, देखना चाहिए
क्या लिखा है आज किसी और ने यहां
उन्हें एक बार इसे भी जानना चाहिए
महज लिखने से कुछ भी होता नहीं है
पसन्द आई है या नहीं
ये सोचना चाहिए
गर आया न उस पर कमेंट या लाईक
ये सवाल भी खुद से पूछना चाहिए
जो पढ़ कर कोई रचना कमेंट नहीं करते
कोई कमेंट उन्हें भी तो लिखना चाहिए
जो खिसक जाते हैं पढ़ कर कोई रचना
उन्हें भी कुछ न कुछ तो कहना चाहिए
पाठकों को लुभाने की जो करते कोशिश
उनके बारे में भी कुछ तो सोचना चाहिए
बर्बाद किया जो वक्त लिखने में यादव
इस वक्त की कीमत को समझना चाहिए
- लेखराम यादव
... मौलिक रचना ...
सर्वाधिकार अधीन है