बना लूँ कैदी
लिख दूँ मैं भी वो तमाम चीजें
जो मुझे तुमसे मिली है...।।
कर दूँ मैं उनके भी होश गायब
जो मुझे तकलीफें देते हैं...।।
हो जाए वो भी बेखबर
अपनी जिंदगी से...।।
पूछना पढ़ जाए उसको
कौन है “सुप्रिया”
बना लूँ कैदी उसे अपने दिल के....।।
- सुप्रिया साहू