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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

अपना सफर तो अधूरा सफर है

कापी राइट गीत

अपना सफर तो अधूरा सफर है
मगर जिन्दगी ये बङी मुक्तसर है
लगती है तुम को ये मेरी कहानी
कहानी, तुम्हारी, इस में मगर है

हमको मिली हैं अधूरी सी खुशियां
रौशन कहां है ये अन्धेरी सी दुनियां
किस को, खबर है, इन रास्तों की
मुश्किल ये कितनी मेरी डगर है
लगती है तुमको .....................

अधूरी हैं बातें, ये गजल हैं अधूरी
अधूरे, हैं नगमें, ये शमां है अधूरी
मैं शायर कहां था इस जिन्दगी में
तुम्हारी, दुआओं का, ये असर है
लगती है तुमको ....................

ये महफिल अधूरी है तुम्हारे बिना
हैं अधूरी ये खुशियां, तुम्हारे बिना
हमारे लिए तो है ये दवा शायरी
मगर शायरों को कहां ये खबर है
लगती है तुमको....................

करेंगे उसी दिन गजल अपनी पूरी
जिस, दिन न होगी, कोई मजबूरी
नजरें, न फेरो यह, हम जानते हैं
हमारी गजल पर तुम्हारी नजर है
लगती है तुमको.....................


- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

ग़ज़ल पर नज़र है तुम्हे यह खबर है .... क्या मेरी नज़र पर तुम्हारी नज़र है?

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात सर, यह आखरी लाईन सिर्फ आपके लिए ही लिखी गई है। अब फैसला खुद ही कर लिजिए।

रीना कुमारी प्रजापत said

अहा! क्या बात है बहुत खुब भय्या, वैसे क्या हम पूछ सकते हैं ये कहानी किसकी है

Lekhram Yadav replied

मेरी प्यारी बहना ये कहानी हम सब की है मगर इस बात का एहसास कभी-कभार ही होता है। आपको कहानी अच्छी लगी मुझे बहुत अच्छा लगा। आपका शुक्रिया।

Arpita pandey said

बहुत खूब

Lekhram Yadav replied

Good morning with thanks Arpita ji. I am very happy that you kept my geet with your heart and given me a chance to be motivated. Thanks again.

वन्दना सूद said

मैं शायर कहां था इस जिन्दगी में तुम्हारी, दुआओं का, ये असर है 👌👌👏👏बहुत सुन्दर sir

Lekhram Yadav replied

आदरणीय वन्दना जी, इतनी खूबसूरत टिप्पणी के लिए आपका बहुत-बहुत हार्दिक धन्यवाद एवं सादर नमस्कार।

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