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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

आखिर क्यों - गीतिका पंत

क्यों,एक तीन अक्षरों के, शब्द की वजह से,
हम अपने कई बेशकीमती रिश्तों को खो देते हैं,

पर, एक पांच अक्षर के शब्द को बोलकर,
क्यों ,हम उन रिश्तों को पाने से कतराते हैं,
क्यों एक तीन अक्षर का शब्द,
सालों की दुश्मनी का कारण बन जाता है,
क्यों हम एक पांच अक्षर के शब्द को बोलकर,
उन कई सालों की दुश्मनी को खतम नही करना चाहते,

आखिर क्यों,

क्यों इस तीन अक्षर के छोटे से शब्द 'ego 'को भुलाकर,
हम उस पांच अक्षर के शब्द 'sorry 'को नहीं बोल पाते,
क्यों सिर्फ इन दो शब्दों के तकरार की वजह से,
हम अपने अपनों से दूर हो जाते हैं,
आखिर क्यों ,,
एक बार सोचिएगा जरूर,इस क्यों का जवाब...

----गीतिका पंत




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

वन्दना सूद said

Great lines 👌👌👏

Lekhram Yadav said

"प्लीज," "साॅरी" और "थैंक्स" को अगर अपने जीवन का एक हिस्सा बना लें तो उस तीन अक्षर के शब्द "इगो" का प्रश्न ही नहीं होता, मगर इगो अच्छे रिश्तों और सम्बंधों को नष्ट कर देता है। आपका ये संदेश हर व्यक्ति के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।

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