अद्वितीय योद्धा
डॉ. एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
हल्दीघाटी का रण उनकी वीरता का गान है,
हर भारतीय के हृदय में उनका सम्मान है।
अकेले लड़े तूफ़ानों से, झुके नहीं कभी,
ऐसे तेजस्वी योद्धा को कोटि-कोटि प्रणाम है।
अद्वितीय योद्धा थे वह, रणभूमि के वीर,
अकेले ही काफी थे, मिटाने हर पीर।
तूफान भी थर्राते थे उनके हौसले से,
कभी न डिगे वह अपने कर्तव्य से।
उनका सम्मान अमर है, हर दिल में छाया,
उनकी वीरता का हर पल है गाया।
कभी न झुकाया शीश मुग़ल के आगे,
ऐसे तेजस्वी योद्धा के चरणों में जागे।
उनकी गाथा प्रेरणा का स्रोत है महान,
हर भारतीय करता है उनका गुणगान।
ऐसे वीर को हमारा शत-शत नमन,
जिनका जीवन था देश को अर्पण।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




