Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

आजकल क्यूं हो रह है बेकरार दिल

कापीराइट गीत

आजकल क्यूं हो रहा है बेकरार दिल
जाने किसका कर रह है इन्तजार दिल

क्यूं भटकते फिर रहे हैं हम यहां वहां
क्यूं ढ़ूंढ़ती हैं नजरें ये तुमको यहां वहां
क्यूं सदियों से कर रहा है इन्तजार दिल

जाने किसका कर ...................

ये कौन मुझसे कर रहा है दिल में गुफ्तगू
है किसकी आरजू मुझे है किसकी जुस्तजू
क्यूं ऐसे धङक रहा है, ये बार-बार दिल
जाने किसका कर ..................

ये कौन है बिस्मिल यहां ये कौन है कातिल
ये कौन है घायल यहां ये कौन है साहिल
कौन हो तुम पूछता है ये बार-बार दिल

जाने किसका कर ...................

बढ़ती ही जा रही हैं क्यूं तुम से ये दूरियां

अब सह कहां पाएंगे हम तुम से ये दूरियां
क्यूं कर रहा है मुझको ये बेकरार दिल
जाने किसका कर ..................

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना)


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

डॉ कृतिका सिंह said

Utkrasht rachna

Lekhram Yadav replied

आपका पुनः हार्दिक स्वागत है डाॅ कृतिका सिंह जी।

Bhushan Saahu said

Bahut hi laajabab kavita..

Lekhram Yadav replied

मगर मेरी कविता आपकी समीक्षा के आगे लाजवाब है भूषण साहू जी। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

अब सह कहां पाएंगे हम तुम से ये दूरियां क्यूं कर रहा है मुझको ये बेकरार दिल Dil ki baat sune Dil waala mahoday Dil ki baat kahi di aapne Bina mirch mashala lagaye

Lekhram Yadav replied

सर गजल आपको पसन्द आई तो मैं भी खुश हूं। इसके लिए आपका हार्दिक धन्यवाद और स्वागत है।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन