रेत पर नाम लिखना है कितना सरल।
मगर लहर से बचाना हुआ ना सफल।।
स्वास पर नाम लिखकर जरा देख लो।
चाह कर भी मिटाना ना होगा सफल।।
नेह से देह तक मिलना संयोग उसका।
होश में उसका रहना ना होगा सफ़ल।।
प्रेम दो प्यासे दिलों का मिलन 'उपदेश'।
शांत उन्माद होने पर ही होगा सफ़ल।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद