Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

जीवन की कश्ती को

जीवन की कश्ती को
मँझधार फंसी नैया, उद्धार करा देना॥
जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना।

सुख-दुःख ही जीवन है, मन को समझाना है।
संघर्ष भरा बीहड़ वन, लड़ते ही जाना है॥
अंतस में साहस का, अंबार लगा देना ।
जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना॥

अभिमान न हो मन में, सदज्ञान हमें देना।
उर निर्मल बन पाए, वरदान हमें देना॥
दुष्चिन्तन को मन से, प्रभु दूर भगा देना।
जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना॥

दुष्कर्मों से भगवन, मुझे दूर ले जाओगे।
परहितमय हो जीवन, सन्मार्ग दिखाओगे॥
कल्मष कषाय मन से, प्रभु दूर हटा देना।
जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना॥

प्रभुवर सद्चिंतन से, सद्भाव जगाएंगे।
मन तुझमें रम जाए, कर्तव्य निभाएंगे॥
हो भूल अगर हमसे, दिल से न लगा लेना।
जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना॥
-उमेश यादव




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut Pyari Bhajan Kavita

Umesh Yadav replied

धन्यवाद आदरणीय

फ़िज़ा said

"जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना" bahut sundar, ya khuda sabke jeewan ki kashti ko paar lagana sab par apni rahmat ki nazar rakhna

Umesh Yadav replied

धन्यवाद आदरणीय

Umesh Yadav replied

धन्यवाद, श्रीमान

डॉ कृतिका सिंह said

Bahut sundar likha

Umesh Yadav replied

धन्यवाद आदरणीया, प्रणाम

Raman Pratap said

बहुत सुन्दर लिखा

वन्दना सूद said

जीवन की कश्ती को, प्रभु पार लगा देना👏👏बहुत प्यारा लेखन

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


लिखन्तु - ऑफिसियल

मातृशक्ति - सरिता बख्शी

Apr 14, 2024 | कविताएं - शायरी - ग़ज़ल | लिखन्तु - ऑफिसियल  | 👁 23,730
© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन