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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

लिखन्तु डॉट कॉम पर 5 सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली कविताये एवं उनके कवि - मार्च 2024

Mar 24, 2024 | बहुचर्चित | लिखन्तु - ऑफिसियल  |  👁 127,819


प्रस्तुत हैं लिखन्तु डॉट कॉम पर मार्च 2024 की अब तक की 5 सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली कविताये एवं उनके कवि - जिनको पाठकों ने सराहा एवं स्नेह दिया।



-1. बिखरा हूँ मैं, ताश के जैसे - कवि (अशोक कुमार पचौरी).


बिखरा हूँ मैं, ताश के जैसे
जिन्दा तो हूँ, लाश के जैसे
लोग मारते, कुछ तो पत्थर
कुछ पत्थर, ठुकरा देते हैं
जां लेने पर, तुले हो मेरी
लो हम खुद ही, जां देते हैं
जख्म हरे मेरे, घास के जैसे

बिखरा हूँ मैं, ताश के जैसे
जिन्दा तो हूँ, लाश के जैसे

पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.



-2. बिरज (ब्रज) में होली खेले नंदलाल - कंचन योगेंद्र अग्रवाल की कविता .



गगन में उड़े रे अबीर गुलाल,
बिरज में होली खेले नंदलाल l
ग्वाल बाल सब हल मिल आए,
भर भर के पिचकारी लाए,
रहे गोपियों पर रंग डाल l
गगन में उड़े रे अबीर गुलाल----

पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.



-3. वफादारी का पहला नाम - स्वान - अशोक कुमार पचौरी .



एक प्यारा जानवर
जिसको कुत्ता, स्वान
और न जाने किन किन
नामो से आप बुलाते हो
दुहाइयाँ भी देते हो
फिर भी नहीं अपनाते हो

पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.



-4. वेदप्रकाश वेद की कविता- हँसी खेल नहीं है.



लड़का
लड़की के चक्कर में
रोज़ाना छह मील से आता था,
उसे छेड़ता था और एक ही गाना गाता था—
तेरे घर के सामने एक घर बनाऊँगा।
तेरे घर के सामने एक घर बनाऊँगा।

पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.



-5. सबके अपने सत्य हैं, सबके अपने झूठ - आशुतोष राणा.



सबके अपने सत्य हैं,
सबके अपने झूठ।
कोई कहता लाभ इसे,
तो किसी को लगती लूट।

पूरी कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.



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