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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

देखो मैं भी लिखने की कोशिश कर रही हूँ

Nov 08, 2025 | डायरी | विनय कौशिक  |  👁 9,563

तुम्हारे जाने से घर ही नहीं,
पटल भी सूना हो गया है।
इनसे कहते जाते कि कविताएँ
और कहानियाँ तुम्हें बहुत प्रिय हैं।

देखो मैं भी
लिखने की कोशिश,
कर रही हूँ तुम्हारे लिए,
इसी तरह
तुमसे मिलना होजायेगा।

इनकी कहानियों और कविताओं के साथ,
अब तुम मेरे भी कुछ किस्से पढ़ सकोगे
मैं यूँ ही थोड़ा थोड़ा लिखती रहूंगी,
तुम्हारे जैसा नहीं, और ना ही इन सभी के जैसा,
लेकिन अपने जैसा हमेशा लिखूंगी।




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

सरिता पाठक said

विनय जी बहुत सुन्दर लिखा आपने, आपका दर्द आपकी पीड़ा आपकी रचना मैं झलक रहा है, आपके दर्द को कोई कम नहीं कर सकता कोई बाँट नहीं सकता केवल महसूस कर सकते हैं मैं अशोक जी से जीते जी बात करना चाहती थी जब वो हॉस्पिटल मे थे मैंने आपको कॉल भी किया था पर फोन उठा नहीं शायद उनसे बात करना विडिओ कॉल से, उनकी आवाज सुनना मेरे नसीब मे नहीं था मैं रीना बहन से उनके बारे मे अपडेट लेती रही, जितना अशोक जी के बारे मे जाना उन्हें पढ़ा उनसे बहुत प्रभावित हुई उनका ह्रदय से सम्मान करती थी वो मेरे बेटे की उम्र के रहे होंगे जैसा कि रीना ने बताया मुझे,, उनके जाने का बहुत दुख है मुझे हमारे बीच से चमकता हुआ सितारा चला गया, पर वो आसमान मे चमकते हुए जरूर नज़र आयेंगे, बेटा मैं कभी भी तुम्हें मेरी कोई भी जरूरत महसूस हो तो रीना से मेरा नंबर लेकर जरूर कॉल करना, भगवान सदैव तुम्हारा साथ दे, और अशोक जी की आत्मा को शांति प्रदान करे 🙏🙏

श्रेयसी said

बहुत सुंदर लिखा आपने विनय जी और बहुत सही निर्णय है लिखने का क्यूंकि अशोक जी से जुड़े रहने का यही सबसे सटीक माध्यम है 🙏🙏

सुप्रिया साहू said

बहुत अच्छा सोचा आपने और कहानी कविता लिख के अशोक सर से जुड़ने का यह तरीका बहुत ही सुंदर है, आपको सादर प्रणाम विनय मैम 🙏🙏।

पवन कुमार "क्षितिज" said

आपका ये जज़्बा हमें एक नया रास्ता दिखा रहा है..लेकिन अपने जैसा हमेशा लिखूंगी...इससे अच्छी और सच्ची श्रद्धांजलि और आर्द्र जी के लिए और कुछ नहीं...

रीना कुमारी प्रजापत said

🙏🙏

राजू वर्मा said

Bhut acha likha aapne

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