करना है तो करिए
बस इतना कृपा निधान
मेरा हाथ कभी ना छूटे
सर पर रहे सदा तेरा हाथ
ओ मेरे भोले नाथ
सांस मेरा जब भी टूटे
सांस मेरा जब भी टूटे बन जाऊं
तेरे चरणों का दास
देना है तो दीजिए बस इतना वरदान
ओ मेरे भोले नाथ
जनम जनम मैं आपका करता रहूं बखान
2025 का शुरुआत भोले नाथ के साथ
लेखक:- शिवम् जी सहाय