हम बेफिक्र इसलिए नहीं हैं,
कि हमें अपनी ज़िम्मेदारियों का एहसास नहीं है,
बल्कि इसलिए कि सबकी ख़बर रखने वाले ने
हमारी ज़िन्दगी की फिक्र अपने हाथों में ले ली है।
इसलिए हम बेफिक्र हैं।
वन्दना सूद
प्रभु,
ऐसी कोई राह न मिले
जो आपके दर से न गुज़रे,
न ऐसा कोई मुकाम मिले
जहाँ आपका नाम छूटकर
सिर्फ़ “मैं”ही रह जाये।
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है