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कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

जय जगन्नाथ भगवान

Jul 08, 2024 | अध्यात्म जगत | मनीषा  |  👁 780,580



हे भगवान !
तेरा गान
सुबहों-शाम
कूक ही कूक। 1

हे राम !
तेरा नाम
भक्ति जाम
घूंट ही घूंट। 2

हे भोले !
वर्षा ओले
चर्चा डोले
वृष्ट ही वृष्ट। 3

हे नारायण !
तेरे परायण
संत तरायण
कूट ही कूट। 4

हे भण्डारी !
नर और नारी
श्रृद्धा भारी
दृष्ट ही दृष्ट। 5

हे कृष्णा !
तेरी तृष्णा
चाहे रिसना
मूर्त ही मूर्त। 6

हे ईश्वर !
सुनो जगदीश्वर
पुकारे नश्वर
श्रुत ही श्रुत। 7

हे मुरारी !
शरण तिहारी
मैं बलिहारी
घृत ही घृत। 8

हे जगन्नाथ !
चरणों माथ
सिर तेरा हाथ
सुख ही सुख। 9


_______मनीषा सिंह




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

Shyam Kumar said

Jai shri krishn...bahut sundar aur bhaktipurn haiku.

मनीषा replied

🙏 जय श्री कृष्णा जी! 🙏

Jivani Sharma said

Very nice this haiku is incredible because its dedicated to lord krishna. Jai jaggnaath

मनीषा replied

🙏 जय जगन्नाथ Jivani Garg जी! 🙏

Shakshi said

Jai shri krishan mam...itna sundar likhne ke liye congratulations and thank u share krne ke liye.

मनीषा replied

🙏 जय श्री कृष्णा Shakshi जी! 🙏

Bhushan Saahu said

Krishn kanhiya laal ki jai...bahut badhiya.

मनीषा replied

🙏 जी! कृष्ण कन्हैया लाल की जय जी! 🙏

Muskan Kaushik said

Radhe radhe...bahut hi bhakti bhavak rachna.🙏🙏

मनीषा replied

🙏 राधे-राधे Muskan Kaushik जी! 🙏

रमेश चंद्र said

Bahut hi ache se bhagwan ka aadar kiya. Shri krishn aap sab par apna aashirwad bnaye rkhiyega.

मनीषा replied

🙏 जी! जय श्री कृष्णा! 🙏

Kapil Kumar said

बहुत ही उम्दा रचना, श्री कृष्णा आप पर अपनी कृपा बनाए रखें

मनीषा replied

🙏 जी! जय श्री कृष्णा! बहुत-बहुत धन्यवाद आपकी प्रार्थना के लिए..🙏 प्रभु आपकी प्रार्थना स्वीकार करें..🙏

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